सोने की कीमतें लगातार नए रिकॉर्ड बना रही हैं। अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजार में गोल्ड रेट में तेजी थमने का नाम नहीं ले रही है। 2025 की शुरुआत में ही सोने की कीमतों में अब तक करीब 16% तक की वृद्धि हो चुकी है। इस तेजी ने आम लोगों के साथ-साथ निवेशकों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आगे कीमतें कहां तक जाएंगी।
इस बीच दुनिया के 10 प्रमुख ग्लोबल बैंकर्स और फाइनेंशियल ग्रुप्स ने सोने की कीमतों को लेकर बड़ा अनुमान जारी किया है। उनकी रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2025 के अंत तक गोल्ड 1,20,000 रुपये प्रति तोला का स्तर पार कर सकता है।
क्यों बढ़ रही हैं सोने की कीमतें?
सोना एक पारंपरिक सुरक्षित निवेश माना जाता है। जब शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव या वैश्विक अनिश्चितता बढ़ती है, तो निवेशक अपने पैसे को सुरक्षित एसेट्स में लगाना पसंद करते हैं, और सोना इस समय सबसे विश्वसनीय विकल्प बन चुका है।
वर्तमान में रूस-यूक्रेन युद्ध, अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव, मध्य-पूर्व संकट और वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका जैसी घटनाएं निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित कर रही हैं। इसके अलावा अमेरिका में ब्याज दरों में संभावित कटौती और डॉलर की कमजोरी भी गोल्ड की कीमतों में तेजी लाने वाले मुख्य कारणों में से हैं।
साथ ही, देश और दुनिया भर के सेंट्रल बैंक भी सोने की खरीदारी कर रहे हैं, जिससे मांग और अधिक बढ़ रही है और कीमतें ऊंचे स्तर पर बनी हुई हैं।
2025 में क्या होगा गोल्ड रेट का हाल?
दुनिया के कई प्रमुख बैंकों ने यह अनुमान लगाया है कि गोल्ड की कीमत 2025 के अंत तक 4,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती है। नीचे प्रमुख बैंकों द्वारा दिए गए अनुमानों की जानकारी दी गई है:
- Bank of America: 3,000 डॉलर प्रति औंस
- Goldman Sachs: 3,100 डॉलर प्रति औंस
- BNP Paribas: 3,100 डॉलर प्रति औंस
- ANZ: अगले तीन महीने में 3,100 डॉलर, जून 2025 तक 3,200 डॉलर
- Citi Bank: 3,200 डॉलर प्रति औंस
- DWS Group: दूसरी तिमाही तक 3,300 डॉलर प्रति औंस
- Saxo Bank: 3,300 डॉलर प्रति औंस
- Macquarie: 3,500 डॉलर प्रति औंस
- DoubleLine: 4,000 डॉलर प्रति औंस
इन अनुमानों में सबसे बड़ा आंकड़ा DoubleLine की तरफ से आया है, जिसने अनुमान लगाया है कि गोल्ड 2025 के अंत तक 4,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है।
क्या भारत में ₹1,20,000 प्रति तोला हो जाएगा सोना?
अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 4,000 डॉलर प्रति औंस पहुंचता है और वर्तमान डॉलर-रुपया विनिमय दर को आधार मानें, तो भारत में एक औंस सोने की कीमत लगभग ₹3,45,000 तक हो सकती है। चूंकि एक तोला में लगभग 11.66 ग्राम होते हैं, ऐसे में एक तोला सोने की कीमत ₹1,20,000 से अधिक हो सकती है।
इसलिए, अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार का अनुमान सही साबित होता है, तो भारतीय बाजार में भी सोने के दाम 2025 के अंत तक ₹1.20 लाख प्रति तोला से ऊपर जा सकते हैं।
निवेशकों के लिए सलाह: लॉन्ग टर्म में सोचें
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि सोने में निवेश लॉन्ग-टर्म के नजरिए से करें। चाहे वो फिजिकल गोल्ड हो, गोल्ड ईटीएफ हो या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, सभी फॉर्म में सोना निवेश के लिहाज से मजबूत विकल्प है।
हालांकि निवेश करने से पहले बाजार की स्थिति और वैश्विक आर्थिक परिवर्तनों पर नजर रखना भी जरूरी है।
निष्कर्ष
गोल्ड की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे कई अंतरराष्ट्रीय और आर्थिक कारण हैं। 2025 तक सोने की कीमत ₹1,20,000 प्रति तोला तक पहुंच सकती है, यह केवल एक अटकल नहीं, बल्कि दुनिया के बड़े वित्तीय संस्थानों की भविष्यवाणी है।
यदि आप सुरक्षित और स्थिर रिटर्न के लिए निवेश की योजना बना रहे हैं, तो सोना आपके पोर्टफोलियो का एक अहम हिस्सा हो सकता है। लेकिन ध्यान रखें, निवेश से पहले हमेशा विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें और बाजार के उतार-चढ़ाव को समझें।
नमस्कार!
मेरा नाम हेमा देवी है, और मैं पिछले 4 सालों से फाइनेंस, बिजनेस, सरकारी योजनाओं और मनी मैनेजमेंट से जुड़ी जानकारी लिख रही हूँ। मैंने उत्तराखंड से ग्रेजुएशन किया है और इससे पहले प्रिंट मीडिया में भी काम कर चुकी हूँ।
वहाँ काम करने के दौरान मैंने रिसर्च और सही जानकारी देने की कला सीखी, जो अब डिजिटल मीडिया में भी मेरे काम आ रही है। मुझे हमेशा से पैसे से जुड़े विषयों में गहरी रुचि रही है। मैं चाहती हूँ कि हर कोई अपनी फाइनेंस से जुड़ी समस्याओं का हल आसानी से समझ सके और बिना किसी झंझट के सही निवेश (Investment), बिजनेस और सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सके।
इसलिए मैं अपने लेखों को बहुत ही सरल और आसान भाषा में लिखती हूँ, ताकि कोई भी इन्हें पढ़कर समझ सके और अपने पैसों का सही उपयोग कर सके। अगर आप फाइनेंस, बिजनेस, सरकारी योजनाओं और पैसों से जुड़ी किसी भी जानकारी की तलाश में हैं, तो मैं यहाँ आपकी मदद के लिए हमेशा तैयार हूँ।