US-China Trade War: अमेरिका और चीन के बीच चल रही व्यापारिक तनातनी एक बार फिर तेज हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर 125% का भारी-भरकम टैरिफ लगाकर इस ट्रेड वॉर में नया मोड़ ला दिया है। वहीं बाकी देशों को 90 दिन का टैरिफ ब्रेक देकर कुछ राहत दी गई है। ट्रंप की यह रणनीति अमेरिका के आर्थिक हितों को सुरक्षित रखने और चीन पर दबाव बनाने के लिए मानी जा रही है।
चीन पर सीधा वार, बाकी देशों को राहत
ट्रंप ने अपने लेटेस्ट बयान में कहा कि चीन वैश्विक बाजारों का सम्मान नहीं कर रहा है। इसी वजह से उस पर अब 125% का आयात शुल्क लगाया गया है। बाकी देशों पर 10% का टैरिफ फिलहाल लागू रहेगा, जिसे 90 दिनों के लिए स्थगित किया गया है। इस फैसले से जहां अमेरिका-चीन के बीच तनाव और बढ़ गया है, वहीं अन्य देशों के लिए यह कुछ समय की राहत की खबर है।
जवाबी कार्रवाई में जुटा चीन
ट्रंप की इस सख्त घोषणा से पहले अमेरिका ने चीन पर 34% टैरिफ लगाया था, जिसका जवाब चीन ने अमेरिका से आने वाले सामानों पर 34% टैरिफ लगाकर दिया। इसके बाद अमेरिका ने चीन को चेतावनी दी थी कि अगर 8 अप्रैल तक चीन जवाबी टैरिफ वापस नहीं लेता तो अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा।
जब चीन पीछे नहीं हटा, तो ट्रंप ने 9 अप्रैल से 104% टैरिफ लागू करने की घोषणा कर दी। इसके जवाब में चीन ने 84% टैरिफ लगाकर एक और पलटवार किया। अब अमेरिका ने एक कदम और आगे बढ़ते हुए चीन पर 125% शुल्क लगा दिया है। इस पर चीन की ओर से प्रतिक्रिया अभी तक नहीं आई है, लेकिन माहौल पहले से ज्यादा तनावपूर्ण हो चुका है।
चीन झुकने को तैयार नहीं
चीन ने साफ कर दिया है कि वह अमेरिका के सामने नहीं झुकेगा। वह ट्रंप प्रशासन के हर एक्शन का मुंहतोड़ जवाब देगा। उधर, ट्रंप का कहना है कि चीन सालों से अमेरिका की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहा है और अब समय आ गया है जब यह सब बंद होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यह टैरिफ अमेरिका में निर्माण को बढ़ावा देगा और घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को प्रोत्साहन मिलेगा।
आम जनता पर पड़ेगा असर
इस फैसले का असर अमेरिकी उपभोक्ताओं पर सीधा पड़ेगा क्योंकि चीन से आने वाले कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स, खिलौने और अन्य सामानों की कीमतें बढ़ सकती हैं। हालांकि ट्रंप का दावा है कि इससे अमेरिका में उत्पादकता बढ़ेगी और देश आत्मनिर्भर बनेगा।
US-China Trade War Overview (2025)
पॉइंट्स | विवरण |
चीन पर नया टैरिफ | 125% |
अन्य देशों पर टैरिफ | 10% (90 दिन की छूट) |
चीन की जवाबी कार्रवाई | 84% टैरिफ |
पहले घोषित अमेरिकी टैरिफ | 34% → फिर 104% → अब 125% |
असर | चीन से आयातित वस्तुओं की कीमतें बढ़ेंगी |
ट्रंप की रणनीति | अमेरिका में निर्माण को बढ़ावा देना |
निष्कर्ष:
अमेरिका और चीन के बीच यह ट्रेड वॉर अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है। ट्रंप का यह मास्टरस्ट्रोक चीन को झुकाने के लिए है, लेकिन इसका असर दुनियाभर की अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है। अब देखना होगा कि चीन की अगली चाल क्या होती है।
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